ଦେଶରେ ହିନ୍ଦୁ ଦେବାଦେବୀଙ୍କୁ ଅପମାନ
6-10-21
8-11
हिन्दुओं, जागृत होकर ‘हलाल जिहाद’ का विरोध कीजिए – सुनील घनवट, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक, हिन्दू जनजागृति समिति
डोंगरगढ (छत्तीसगढ) में हिन्दुत्वनिष्ठों की बैठक !
डोंगरगढ : हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने यह प्रतिपादित किया कि हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से आज देश के सामने गंभीर संकट उत्पन्न हुआ है । विशिष्ट धर्म के नाम पर देश में समानांतर अर्थव्यवस्था खडी की जा रही है । इससे देश के सामने एक बडा आर्थिक और सामाजिक संकट खडा हो रहा है । समस्त हिन्दुओं को जागृत होकर इसका विरोध करना होगा ।
यहां के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. हनी गुप्ता द्वारा आयोजित की गई बैठक में श्री. घनवट ऐसा बोल रहे थे । इस समय उन्होंने उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों से हिन्दू राष्ट्र के कार्य में तन, मन एवं धन से सहभागी होने का आवाहन किया ।

इस बैठक में गोरक्षक श्री. अगरवाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल, श्री हनुमान भक्त युवा समिति, डोंगरढ इत्यादि संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे । श्री. अगरवाल ने ईश्वर की कृपा से राष्ट्र एवं धर्म के कार्य के लिए आवश्यक सहायता करेंगे, ऐसा बोलकर सभी को आश्वस्त किया ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सांगली जनपद के विविध स्थानों पर संपर्क अभियान के द्वारा जनजागरण !

पलूस : हलाल प्रमाणपत्र हिन्दुओं के व्यापार और अर्थव्यवस्था में हस्तक्षेप कर समानांतर अर्थव्यवस्था खडी करने का एक विश्वस्तरीय षड्यंत्र है । हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण एवं गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने हलाल प्रमाणपत्र के संदर्भ में संपर्क अभियान के द्वारा जनजागरण किया । इस अभियान में उद्योजक, व्यापारी, किसान, प्राध्यापक, हिन्दुत्वनिष्ठ, धर्मप्रेमी, ‘सनातन प्रभात’ के पाठक जैसे समाज के विविध घटक अंतर्भूत थे । विषय सुनने के उपरांत सभी ने ही इस विषय की गंभीरता का अनुभव कर अपने-अपने स्तर पर इस विषय में जागृति लाने हेतु प्रयास करने का आश्वासन दिया ।
१. पलूस में श्री. शिवाजीराव बरगे के घर में संपन्न संपर्क अभियान में उद्योजक सर्वश्री सुनील साळुंखे, भीमराव जाधव, शरद पाटिल, साहेबराव पाटिल, प्रा. विजय पाटिल, विकासशील किसान श्री. संजय बरगे, श्री. राजेंद्र बरगे, धर्मप्रेमी श्री. अविनाश धोत्रेसहित २२ धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस समय श्री. भीमराव जाधव ने इस विषय के संदर्भ में ज्ञापन मांग लेकर इस विषय को समाजतक पहुंचाने की बात कही ।
२. ईश्वरपुर में धर्मप्रेमी श्रीमती मंगला खोत के घर संपन्न बैठक में उद्योजक श्री. किरीट पटेल और उनके सहयोगी, अधिवक्ता श्री. अभय देसाई, कृषि मंडी समिति के पूर्व अधिकारी श्री. आनंदराव पाटिल, बत्तीसशिराळा के शिवसेना के श्री. नीलेश आवटे, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. शुभम् देशमुख, धर्मप्रेमी श्री. अजित जाधवसहित १५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे । श्री. किरीट पटेल ने बताया कि ‘मेरे संपर्क गुजरात राज्यतक हैं; इसलिए मैं इस विषय को पाटीदार समुदायतक पहुंचाऊंगा ।’
३. विश्रामबाग के उद्योजक श्री. विहंग शहा के घर चलाए गए संपर्क अभियान के अवसर पर अधिवक्ता रूपचंद लालवाणी, शिरोळ के उद्योजक श्री. रवींद्र महात्मे, गणेशवाडी के किसान श्री. महादेव अणुरे, बीमा प्रतिनिधि श्री. सुशील भुर्केसहित १५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।
7-11
सेंट मेरी’ स्कूल में रामलीला का आपत्तिजनक मंचन : प्रिंसिपल ने ‘हिन्दू आईटी सेल’ से मांगी माफी
हरियाणा के फतेहाबाद स्थित सेंट मेरी स्कूल में रामलीला के साथ छेड़छाड़ कर के इसे आपत्तिजनक ढंग से प्रस्तुत किए जाने का मामला सामने आया था। अब स्कूल के प्रधानाध्यापक ने इस घटना के लिए लिखित में माफ़ी माँगी है ‘हिन्दू आईटी सेल’ ने जानकारी दी है कि संगठन की टीम ने ‘सेंट मेरीज पब्लिक स्कूल’ के प्रिंसिपल राजीव शर्मा से बात की उन्होंने न सिर्फ अपनी गलती स्वीकार की है, बल्कि स्कूल की तरफ से आधिकारिक रूप से माफीनामा भी जारी किया है।
राजीव शर्मा ने इस पत्र में लिखा है, “विद्यालय परिसर में बच्चों द्वारा जो रामलीला का मंचन किया गया, उसके किसी दृश्य में अगर किसी भी माननीय व्यक्ति को कोई आपत्ति हो या किसी की भावनाओं को किसी प्रकार की ठेस पहुँची हो विद्यालय प्रबंधन कमिटी इसके लिए क्षमाप्रार्थी है। विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा यह विश्वास भी दिलाया जाता है कि भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं होगी।” प्रिंसिपल राजीव शर्मा ने हिन्दू आईटी सेल को लिखे गए पत्र में ये जानकारी दी। ये स्कूल फतेहाबाद के टोहाना के पटेल नगर में स्थित है।
इससे पहले ‘हिन्दू आईटी सेल’ के प्रवक्ता साहिल ने जानकारी दी थी कि संगठन ने रामलीला के आपत्तिजनक मंचन के इस वीडियो को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्रवाई के लिए कानूनी सलाहकार से बात की है। साथ ही उन्होंने लोगों से इस स्कूल का सटीक पता माँगा था। ‘हिन्दू आईटी सेल’ के संस्थापक सदस्य शांतनु और संगठन के एक अन्य सदस्य व पत्रकार हिमांशु तिवारी ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई। संगठन ने कहा कि इस घटना को लेकर काफी शंका व संदेह का माहौल है, जिस पर वो शनिवार (6 नवंबर, 2021) को रात 10 बजे स्पष्टीकरण देंगे।
‘हिन्दू आईटी सेल’ के संस्थापक सदस्य अक्षित सिंह ने सेंट मेरी स्कूल के प्रधानाध्यापक को इस अपमानजनक कृत्य के लिए माफ़ी माँगने के लिए अल्टीमेटम दिया था। इसके 20 मिनट के भीतर स्कूल प्रशासन को झुकना पड़ा और उन्होंने हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए हिन्दू समाज से माफ़ी माँगी।
संदर्भ : OpIndia
रामायण में घुसाई अश्लीलता, ठहाके लगाते रहे लोग : ‘सेंट मेरी’ और DAV स्कूल की रामलीला
November 6, 2021
हरियाणा के फतेहाबाद के 2 अलग अलग स्कूलों पर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा है। इसमें पहले का नाम डी ए वी पब्लिक स्कूल और दूसरा सेंट मेरी पब्लिक स्कूल है। बजरंग दल ने दोनों स्कूलों के खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। सोशल मीडिया पर भी इन घटनाओं से जुड़ा वीडियो वायरल हो रहा है।
वायरल हो रहे वीडियो में भगवान् राम और लक्ष्मण का आपत्तिजनक चित्रण किया गया है। साथ ही अन्य दृश्य में अश्लीलता दिखाई गई है। वीडियो में मंचन के दौरान बाकी स्कूल स्टाफ द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताया जा रहा। वीडियो के दौरान दर्शक दीर्घा से ठहाकों की आवाजें सुनाई दे रही हैं।
अपने शिकायती पत्र में बजरंग दल ने कहा है कि डी ए वी स्कूल और सेंट मेरी स्कूल में रामलीला का मंचन किया गया। इस मंचन के दौरान देवताओं का भद्दे तरीके से मज़ाक उड़ाया गया। बजरंग दल ने दोनों स्कूल संचालक, प्रिंसिपल, शामिल सभी अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ आपत्तिजनक मंचन करने वालों पर कार्रवाई की माँग की है।
इस मामले में ऑप इंडिया ने शिकायतकर्ता से बात की। बजरंग दल पदाधिकारी दीपक सैनी ने बताया कि आए दिन हिन्दू भावनाओं का अपमान करना इस स्कूलों की आदत बन चुकी है। इसी के साथ उन्होंने इस मामले में ऊपर से समझौते का दबाव आने की भी बात कही। दीपक सैनी ने पुलिस की कार्यशैली पर पर असंतोष जताया। उनके अनुसार शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने अब तक इस प्रकरण में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। दीपक सैनी ने यह भी बताया कि पुलिस की हीलाहवाली के विरोध में बजरंग दल ने प्रदर्शन भी किया था। इस प्रदर्शन में सेंट मेरी और डी ए वी स्कूल के बहिष्कार के भी नारे लगे थे।
जब सेंट मेरी स्कूल का पक्ष जानने के लिए उन्हें सम्पर्क किया गया तब उनके सोशल हैंडलों पर दिए गए नंबर बंद आए।
संदर्भ : OpIndia
ଦେବାଦେବୀଙ୍କୁ ଅପମାନ
ଦେବା ଦେବୀଙ୍କୁ ଅପମାନ
कोलकाताः दुर्गा पूजा पंडाल को 'जूतों' से सजाया, BJP-VHP का विरोध, आयोजकों ने दी सफाई
https://www.aajtak.in/india/news/story/kolkata-dumdum-park-durga-puja-pandal-shoes-controversy-suvendu-adhikari-ntc-1339760-2021-10-11

कोलकाता के दमदम इलाके के एक दुर्गा पूजा पंडाल की सजावट जूतों-चप्पलों से की गई है। पंडाल की इस सजावट को लेकर बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद ने कड़ा ऐतराज जताया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य के मुख्य सचिव से मामले में दखल देने व इसे हटवाने का आग्रह किया है।
शुभेंदु अधिकारी ने आपत्ति जताते हुए इसे हिंदू आस्था का अपमान कहा और राज्य के मुख्य और गृह सचिव से मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर षष्ठी से पहले जूता-चप्पल को हटाने की माँग की। उन्होंने पंडाल में सजाई गई जूता और चप्पल की तस्वीर शनिवार (अक्टूबर 9, 2021) को ट्विटर पर डाली थी।
ट्वीट में लिखा है, “दमदम पार्क में पूजा पंडाल को जूतों से सजाया गया है। ‘कलात्मक स्वतंत्रता’ के नाम पर माँ दुर्गा का अपमान करने का यह जघन्य कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं मुख्य और गृह सचिव से आग्रह करता हूँ कि वे हस्तक्षेप करें और आयोजकों को षष्ठी से पहले जूते हटाने के लिए विवश करें।”
शुभेंदु अधिकारी की तरह ही मेघालय के पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता तथागत रॉय ने पत्रकारों से कहा है कि कला की आजादी के नाम पर सब कुछ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यह देवी दुर्गा का अपमान और हमारी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है।
वहीं, विश्व हिंदू परिषद ने भी बंगाल के गृह सचिव को पत्र लिख पंडाल से जूते हटवाने की माँग की है। वीएचपी ने लिखा, “हम आपसे आग्रह करते हैं कि तुरंत पंडाल से जूते हटवाने के लिए उचित कदम उठाएँ। जब तक पूजा स्थल से इन आपत्तिजनक जूतों को नहीं हटाया जाता, तब तक बंगाली हिंदुओं की धार्मिक भावनाएँ शांत नहीं होंगी। मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि सांप्रदायिक सद्भाव खत्म करने और बंगाली हिंदुओं का अपमान करने वाले इन उपद्रवियों के खिलाफ मजबूती से कदम उठाएँ।”
इधर दमदम पार्क भारत चक्र समिति के एक पदाधिकारी ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि जूते पंडाल से दूर लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, “इस साल हमारी थीम किसान आंदोलन है। इसके अनुसार, पंडाल जाने के रास्ते पर जूते लगाए गए हैं जो आंदोलनरत किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज के एक दृश्य का प्रतीक हैं।”
इसके अलावा दमदम पार्क भारत चक्र क्लब पूजा के आयोजकों ने पंडाल के रास्ते में ट्रैक्टर की प्रतिकृति रखकर ‘किसानों के आंदोलन’ को दर्शाया है। ट्रैक्टर के दो हिस्से हैं, जिन पर आंदोलन में मारे गए किसानों के नाम लिखे हैं। इसके साथ ही एक पोस्टर में अंग्रेजी में लिखा है, “हम किसान हैं। आतंकवादी नहीं। किसान अन्न सैनिक हैं।” क्लब के सचिव प्रतीक चौधरी ने कहा कि उनकी थीम किसानों की दुर्दशा और उन संघर्षों के इर्द-गिर्द है, जिनका सामना उन्होंने 1946 में अविभाजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा आयोजित ऐतिहासिक आंदोलन तेभागा के बाद से किया है। उउनका कहना है कि इस पंडाल में उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा की कहानी भी दिखाने की कोशिश की
କୋର୍ଟ ରାୟ
ରାମକୃଷ୍ତଙ୍କୁ ରାଷ୍ଟ୍ରୀୟ ସମ୍ମାନ ଦେବା ପାଇଁ ଆଇନ୍ ହେବା ଉଚିତ-ଆଲ୍ଲାହାବାଦ ହାଇକୋର୍ଟ
https://sambadepaper.com/imageview_42447_183726_4_71_11-10-2021_25_i_1_sf.html
सफलता : हिन्दुओं के विरोध के बाद SATO Toilets ने मां दुर्गा का अनादर करनेवाला विज्ञापन हटाया
हिन्दू जनजागृति समिति एवं सभी हिन्दुत्वनिष्ठों के संगठित विरोध का परिणाम !
गुडगांव स्थित SATO Toilets Asia आस्थापन सॅनेटरी चीजों की निर्मिति कर उसे बाजार में बेचता है । इसमें साबुन, सॅनेटाइजर, हैंड वॉश आदि उत्पाद समाविष्ट है । इसका प्रचार करने के लिए नवरात्रि के अवसर उन्होंने एक विज्ञापन ट्विटर पर ट्विट किया था । इस विज्ञापन में मां दुर्गा के हाथों में साबुन, सॅनेटाइजर आदी चीजें दिखाई गई है और उसके द्वारा जिस तरह मां दुर्गा शत्रू का नाश करती है, उसी तरह आस्थापन द्वारा बनाए गए उत्पाद किटाणूओं को नष्ट करते है, इस आशय का संदेश दिया गया था । हिन्दुत्वनिष्ठों को यह बात ध्यान मे आनेपर उन्होंने हिन्दू जनजागृति समिति को सूचित किया । इसके बाद समिति द्वारा सोशल मीडिया से इस विषय में जागृति पर पोस्ट किया गया जिसमें वैध मार्ग से विरोध करने का आवाहन किया गया था । हिन्दुओं द्वारा किए गए विराेध के कुछ ही घंटों बाद आस्थापन ने यह विज्ञापन हटा दिया ।
विरोध करें : ऑनलाइन बेचे जा रहे देवी-देवताओं के डिजाइनवाले कपडे
सायंती घोष डिजायनर स्टुडिओ नामक स्त्रियों के विविध प्रकार के वस्त्र ऑनलाइन बेचनेवाला आस्थापन है । यह वस्त्र https://ab-normal.store/ इस वेबसाइट पर भी बिक्री के लिए उपलब्ध है । साथ ही उनके फेसबूक पेज पर भी इसकी बिक्री हो रही है । इसके द्वारा देवी-देवताओं के डिजाइन होनेवाले चित्र कपडों पर प्रिंट किए जाते है और वही कपडे बिक्री के लिए रखे गए है । इस तरह देवी-देेवताओं का अनादर ही हो रहा है ।
यदि हम ऐसे वस्त्र पहनते है, तो उसपर धूल, मिट्टी, पसीना आदि जम जाता है । क्या ऐसे करना देवताओं का अनादर नही है ?
धर्मप्रेमी हिन्दू निम्न पतेपर इसका वैध मार्ग विरोध कर रहे है…
Email : textile.sayanti@gmail.com, abnormalcustomercare@gmail.com
Facebook : http://Fb.com/Sayanti-Ghosh-Designer-Studio-485580341602873/
Whats App Number : 09804010349
देवी-देवताओं के चित्र होनेवाले कुछ कपड़े
‘विठाई’ बस पर हो रहा श्री विठ्ठल के चित्र का अनादर रोकें – हिन्दू जनजागृति समिति की परिवहन मंत्री से मांग
शिवसेना-भाजपा गठबंधन शासन के काल में आरंभ की गई ‘महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन निगम’ की ‘विठाई’ बस सेवा लोकप्रिय हुई और उसका पूरे राज्य में विस्तार किया गया । भगवान विठ्ठल के नाम से आरंभ की गई यह बस सेवा प्रशंसनीय है । इस माध्यम से शासन ने वारकरियों की श्रद्धा का सम्मान किया है; परंतु विगत कुछ दिनों से हमें इस बस के सामने के भाग में लगे भगवान विठ्ठल के चित्र पर धूल, थूक के धब्बे, कीचड के धब्बे दिखाई देने लगे, यह एक प्रकार से श्री विठ्ठल के चित्र का अनादर ही है । असावधानीवश ही क्यों न हो, श्री विठ्ठल की प्रतिमा मलिन हो रही है । यह श्री विठ्ठल का अनादर है । यह अनादर रोकने के लिए ‘विठाई’ बस के बाहर लगाए गए श्री विठ्ठल के चित्र तत्काल हटाए जाएं, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति ने की है । इस पर उपाय के रूप में श्री विठ्ठल का चित्र प्रत्येक बस के भीतरी भाग में लगाकर प्रतिदिन उस चित्र का पूजन कर उसकी पवित्रता बनाएं रखें, ऐसी विनती रूपी सुझाव भी समिति ने दिया है ।
इस संदर्भ में राज्य के परिवहन मंत्री श्री. अनिल परब, परिवहन सचिव, सोलापुर जिले के पालकमंत्री और सोलापुर के जिलाधिकारी को आज निवेदन दिया गया है । इस निवेदन में कहा है कि, बस के यात्री जानबूझकर यह अनादर नहीं करते । असावधानीवश ही सही, खिडकियों से बाहर थूकना, कुल्ला करना, मुंह धोना, उल्टी करना इत्यादि कृत्य करते समय भगवान विठ्ठल के चित्र पर उसके छींटे उडते हैं । साथ ही अभी वर्षाऋतु होने के कारण अनेक बार सडकों का कीचड भी भगवान विठ्ठल पर उडता है । प्रतिदिन जिस विठ्ठल की पूजा की जाती है, उन्हें गंदगी में लिप्त देखना अत्यंत वेदनादायी है ।
अध्यात्म शास्त्रानुसार, ‘शब्द, स्पर्श, रूप, रस, गंध और उससे संबंधित शक्ति एकत्रित होती है’, अर्थात ‘जहां देवता का नाम और रूप (अर्थात चित्र) है, वहां देवता की शक्ति कार्यरत होती है (अर्थात प्रत्यक्ष देवता ही होते हैं ।)’ इसलिए जहां श्री विठ्ठल का चित्र है, वहां साक्षात भगवान विठ्ठल ही हैं;
आगामी फिल्म ‘बैंक चोर’ के पोस्टर के माध्यम से हिन्दू संतों का अनादर
चलचित्रों के माध्यम से हिन्दुआें के आस्था के केंद्रों का सदैव अनादर किया जाता है, केंद्र शासन इसके विरुद्ध कब कार्यवाही करेगा ?
मुंबई – शीघ्र ही प्रदर्शित होनेवाले हिंदी चलचित्र ‘बैंकचोर’ के भित्तिपत्र में तथा यु ट्युब से प्रसारित विज्ञापन में अभिनेता रितेश देशमुख को हिन्दू संन्यासी की वेशभुषा में हाथ में पिस्तौल लेकर अभिनय करता हुआ दिखाया गया है । यह भित्तिपत्र http://www.imdb.com/title/tt 3611266/ संकेतस्थलपर उपलब्ध है । इस अनादर के विषय में अनेक धर्माभिमानियों ने हिन्दू जनजागृति समिति के पास परिवाद किए । समिति द्वारा केंद्रीय परिनिरीक्षण विभाग को पत्र लिखकर इस भित्तिपत्र के विषय में जानकारी देकर इस चलचित्र के निर्माता के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की गई है ।
ऐसे निर्माताआें को अपने चलचित्रों में हिन्दू संत, स्वामी एवं पंडितों को अयोग्य पद्धति से प्रस्तुत कर अपने आर्थिल लाभ हेतु उनका अनादर करने की आदत ही पड गई है । समिति द्वारा केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण विभाग (सेन्सॉर) को सूचित किया गया है; किंतु इस विभाग की ओर से इसका कोई प्रत्युत्तर नहीं किया गया है; इसलिए धर्माभिमानी निम्न दूरभाष क्रमांकों से अथवा इ-मेल पतेपर सेन्सॉर विभाग को इस अनादर के विरुद्ध अपनी भावनाएं रखकर हिन्दू संतों का अनादर करनेवाले इस भित्तिपत्र को हटा देने का अनुरोध कर रहे हैं ।
दू. क्र. : ०२२- २३५१०४७६, ०२२-२३५१०४७८
इ-मेल : chairperson.cbfc@nic.in, ceo.cbfc@nic.in
हिन्दुद्रोही घटनाआें का संयमित पद्धति से निषेध कीजिए !
हिन्दुद्रोहियों का निषेध करने के पीछे यह उद्देश्य होता है कि, उनमें वैचारिक परिवर्तन करना अतः ऐसे किसी का भी निषेध करते समय उसका निषेध तात्त्विक आधारपर एवं वैचारिक स्तरपर कीजिए ! निषेध करने के पीछे चूक करनेवाले व्यक्ति को उसकी चूक ध्यान में लाकर उसे योग्य मार्गपर लाने का व्यापक दृष्टिकोण होना चाहिए !
Comments
Post a Comment